इस पूरी घटना ने न केवल संसदीय कार्यवाही को प्रभावित किया, बल्कि राजनीतिक माहौल को भी गरमा दिया है. ऐसे में सभी की निगाहें अब इस मुद्दे पर आगे की कार्रवाई और राजनीतिक प्रतिक्रिया पर रहेंगी.