विश्वविद्यालय में एक दलित कर्मचारी हैं राम निवास सिंह. उन्होंने तीनों पर जाति-आधारित गालियां देने, अमानवीय व्यवहार करने और उन्हें इस्लाम धर्म अपनाने के लिए मजबूर करने के लिए धमकाने का आरोप लगाया है.
जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय विश्वविद्यालय के गेट के पास प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रदर्शनकारी छात्रों ने नागरिकता (संशोधन) अधिनियम, 2019 को रद्द करने और लगभग चार साल पहले सीएए विरोधी प्रदर्शन में बुक किए गए सभी छात्रों को रिहा करने की मांग की.