शगुन परिहार के पिता अजीत परिहार और चाचा अनिल परिहार, जो कि बीजेपी के प्रमुख नेता थे, नवंबर 2018 में आतंकवादी हमले में मारे गए थे. इसके बाद, शगुन ने राजनीती में कदम रखा और किश्तवाड़ से जीत हासिल की है.
Jammu-Kashmir: जम्मू-कश्मीर में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे आज सामने आ गए हैं. इस चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने शानदार जीत दर्ज की है. वहीं, बीजेपी के कई बड़े नेताओं को भी हार का सामना करना पड़ा है.
Jammu-Kashmir Assembly Election 2024: लद्दाख अब अलग केंद्र शासित प्रदेश है, आर्टिकल 370 और 35ए अब इतिहास का बन चुका है और जम्मू-कश्मीर भी फिलहाल एक पूर्ण राज्य नहीं है.
Jammu Kashmir Election: पहले चरण में राज्य की 24 विधानसभा सीटों पर सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हो गई है. इसमें कश्मीर की 16 और जम्मू की आठ सीटें शामिल हैं. वहीं, पहले चरण के मतदान के लिए सुरक्षाबलों और एजेंसियों ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है.
PM Modi: पीएम मोदी ने कहा कि खूबसूरत जम्मू-कश्मीर को परिवारवाद ने खोखला कर दिया, राजनीतिक दलों को सिर्फ बच्चों की चिंता रही है. उन्होंने कहा कि इस बार का चुनाव तीन खानदानों और जम्मू कश्मीर के नौजवानों के बीच है.
खड़गे ने कहा, "गठबंधन वाले अब डरने की जरूरत नहीं है. आज की मोदी सरकार एक माइनॉरिटी गवर्नमेंट है. बीजेपी की अपनी बलबूते की सरकार नहीं है. एक टांग टीडीपी के चंद्रबाबू नायडू ने दी है और जेडीयू के नीतीश कुमार ने एक हाथ दिया है."
2014 में पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 25 सीटें जीती थीं और इस बार वह कांग्रेस से चुनौती का सामना करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है, जिसने नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन किया है.
पार्टी, जो राष्ट्रवाद के इर्द-गिर्द अपना नैरेटिव बनाती रही है और आतंकवाद के साथ-साथ हिंदुत्व को अपनी राजनीति का आधार बनाती रही है, अब चुनावी घोषणापत्र में लोकलुभावन वादे कर रही है.
रिपोर्टों के अनुसार, उमर ने गांदरबल से खुद को मैदान में उतारने का फैसला किया है. यह सीट पहले उनके पिता और दादा के पास थी, साथ ही उन्होंने बडगाम निर्वाचन क्षेत्र से भी चुनाव लड़ने का फैसला किया है.
इससे पहले दिन में अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा का घोषणापत्र जारी करते हुए कहा कि अनुच्छेद 370 'इतिहास' बन गया है और केंद्र शासित प्रदेश में कभी वापस नहीं आएगा.