चौथी सूची जारी होने के साथ ही भाजपा ने अब 90 सदस्यीय विधानसभा चुनावों के लिए 51 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. पार्टी की सूची में लाल चौक से एजाज हुसैन, ईदगाह से आरिफ राजा, खानसाहिब से अली मोहम्मद मीर, चरार-ए-शरीफ से जाहिद हुसैन, नौशेरा से रविंदर रैना और राजौरी से विबोध गुप्ता को उम्मीदवार बनाया गया है.
जम्मू-कश्मीर विधानसभा के 90 सदस्यों के चुनाव के लिए मतदान तीन चरणों में होगा. चुनाव 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को होंगे. चुनाव के नतीजे 4 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे.
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी थी. इस लिस्ट में पहले चरण के लिए 15, दूसरे चरण के लिए 10 तो तीसरे चरण में होने वाली वोटिंग के लिए 19 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया गया था.
कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के लिए फारूक अब्दुल्ला की नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन किया है, जबकि महबूबा मुफ्ती की पीडीपी ने गठबंधन को अपना समर्थन देने की घोषणा की है.
Amit Shah: सत्ता के लालच में बार-बार देश की एकता और सुरक्षा के साथ खेलने वाली कांग्रेस पार्टी ने जम्मू-कश्मीर चुनाव में अब्दुल्ला परिवार की ‘नेशनल कांफ्रेंस’ के साथ गठबंधन करके फिर से अपने मंसूबों को देश के सामने रखा है.
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि कांग्रेस के साथ गठबंधन पर शाम को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की मौजूदगी में हस्ताक्षर किए जाएंगे.
Jammu-Kashmir Election: जम्मू-कश्मीर में 10 साल के बाद विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इस बार बदली हुई परिस्थिति में चुनाव होंगे क्योंकि जम्मू-कश्मीर से राज्य का दर्जा हटाकर इसे केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया है और साथ ही लद्दाख इससे अलग हो चुका है.
आंध्र प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले माधव को 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता संभालने के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से भाजपा में शामिल किया गया था.
जम्मू-कश्मीर में इस बार चुनाव से सरकार तो बनेगी लेकिन उसके पास पहले की तरह पावर नहीं होंगे. कश्मीर अभी केंद्र शासित प्रदेश हैं और वहां पर उपराज्यपाल के पास कई सारी शक्तियां हैं.