एक राजनीतिक रणनीतिकार के रूप में प्रशांत किशोर ने 2014 में भाजपा की जीत, 2019 में वाईसीपी की जीत (आंध्र प्रदेश), 2021 में टीएमसी की जीत (पश्चिम बंगाल) और 2021 में डीएमके की जीत (तमिलनाडु) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.