झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री के तौर पर उन्हें बहुत अपमान सहना पड़ा. उन्होंने दावा किया कि 3 जुलाई को पार्टी नेतृत्व ने उनकी जानकारी के बिना उनके सभी सरकारी कार्यक्रम रद्द कर दिए.