यह विवाद और बढ़ा जब कल्याण बनर्जी ने अपनी टिप्पणी पर माफी मांगी. हालांकि, सिंधिया ने उनकी माफी को स्वीकार नहीं किया. सिंधिया ने कहा, "आपने देश की महिलाओं का अपमान किया है. हम यहां राष्ट्र निर्माण में योगदान देने आए हैं, न कि व्यक्तिगत टिप्पणियां करने."
इस पूरी घटना ने न केवल संसदीय कार्यवाही को प्रभावित किया, बल्कि राजनीतिक माहौल को भी गरमा दिया है. ऐसे में सभी की निगाहें अब इस मुद्दे पर आगे की कार्रवाई और राजनीतिक प्रतिक्रिया पर रहेंगी.