कृष्ण की पत्नी ने 4 दिन पहले ही एक प्यारे से बेटे को जन्म दिया था. वह अभी भी खानपुर कलां के भगत फूल सिंह महिला मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं. जिस दिन यह दर्दनाक घटना हुई, कृष्ण दिन भर अस्पताल में अपनी पत्नी और नवजात बच्चे के साथ ही थे.
ये बात आग की तरह सोशल मीडिया पर फैल गई. लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया. मामला बेसिक शिक्षा अधिकारी उपेंद्र गुप्ता तक पहुंचा और उन्होंने बिना देर किए शिक्षक ओम प्रकाश को निलंबित कर दिया. लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं हुई.
Uttar Pradesh: हर साल लाखों श्रद्धालु कांवड़ यात्रा में गंगाजल लेकर भगवान शिव को अर्पित करते हैं, लेकिन बागपत के विशाल की कांवड़ इस बार अलग है. उनकी कांवड़ पर भगवान शिव की तस्वीर के बजाय उस डॉक्टर की तस्वीर है.
Kanwar Yatra: यूपी पुलिस ने कांवड़ियों द्वारा हॉकी स्टिक, त्रिशूल, लाठी, बेसबॉल बैट और अन्य हथियार जैसे सामानों को ले जाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है.
दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर विनय कुमार सक्सेना सोशल मीडिया एक्स पर ट्वीट करके मामले में FIR दर्ज होने की जानकारी दी. उन्होंने कांवड़ मार्ग पर कांच के टुकड़े वाला वीडियो भी शेयर किया है.
Kanwar Yatra Marg: उत्तर प्रदेश में 10 जुलाई से कांवड़ मार्ग पर मीट की दुकानें बंद करने का ऐलान हो चुका है. अब दिल्ली में भी हिंदू सेना ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को पत्र लिखकर मांग की है कि यात्रा मार्ग पर सभी मीट की दुकानें और बूचड़खाने बंद रहें.
हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में दिल्ली-देहरादून कांवर मार्ग पर स्थित 'पंडित जी वैष्णो ढाबा' का मामला काफी सुर्खियों में रहा था. विवाद बढ़ने के बाद ढाबा बंद कर दिया गया और पुलिस ने इस मामले में 5 लोगों के खिलाफ FIR भी दर्ज की है.
Kanwar Yatra Route: कांवड़ यात्रा को लेकर एक नाम फिर से चर्चा में आ गया है. जो कांवड़ यात्रा रूट में 'पहचान अभियान' चला रहे हैं. इस शख्स का नाम स्वामी यशवीर महाराज है.
Uttar Pradesh: नई मंडी थाना प्रभारी दिनेश चंद बघेल ने बताया कि ढाबे के सनव्वर, आदिल, जुबैर और अन्य के खिलाफ मारपीट के आरोप में FIR दर्ज की गई है. पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि ढाबे की मालकिन मेरठ की दीक्षा शर्मा हैं.
Kanwar Yatra: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में जवाब दाखिल करते हुए कहा है कि कांवड़ यात्रा के रूट पर नेमप्लेट का आदेश पूरी तरह से कांवड़ यात्रा के शांतिपूर्ण समापन को सुनिश्चित करने के हित में जारी किया गया था.