कांवड़ रूट पर यातायात व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था व अन्य सभी व्यवस्थाओं का निरीक्षण करते हुए सभी को निर्देशित किया गया कि गौतमबुद्ध नगर में कांवड़ यात्रा सुरक्षित व सरलता के साथ गुजरे व किसी भी शिव भक्त को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़े.
फरमान अली ने कहा, "बिक्री पहले की तुलना में दस गुना कम हो गई है. पहले मैं कांवर यात्रा के दौरान एक दिन में करीब सौ शीरमल बेचता था… अब मैं 10 बेचता हूं… पिछले साल तक मैं कांवर के दौरान शाकाहारी भोजन और नाश्ता बेचने वाली एक रेहड़ी भी चलाता था. लेकिन अब कौन लड़ाई-झगड़े में पड़ने की हिम्मत करेगा?”
Kanwar Yatra: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में जवाब दाखिल करते हुए कहा है कि कांवड़ यात्रा के रूट पर नेमप्लेट का आदेश पूरी तरह से कांवड़ यात्रा के शांतिपूर्ण समापन को सुनिश्चित करने के हित में जारी किया गया था.
वाराणसी नगर निगम के जनसंपर्क अधिकारी संदीप श्रीवास्तव ने बताया कि महापौर की अध्यक्षता में कार्यकारी समिति की बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया.
जेडीयू के महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि यूपी में बड़ी कांवर यात्रा बिहार में निकलती है, लेकिन वहां ऐसा कोई आदेश नहीं है. पीएम मोदी कहते हैं सबका साथ सबका विकास की बात करते हैं. ये सभी को मानना चाहिए.
योगी सरकार कांवर यात्रा को लेकर बेहद ही सख्त है. कई सालों से कांवर यात्रा इसी मार्ग से होकर गुजरती है. सरकार इस बार कांवरियों के लिए विशेष व्यवस्था कर रही है.
मायावती ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "यूपी व उत्तराखंड सरकार द्वारा कावंड़ मार्ग के व्यापारियों को अपनी-अपनी दुकानों पर मालिक व स्टाफ का पूरा नाम प्रमुखता से लिखने व मांस बिक्री पर भी रोक का यह चुनावी लाभ हेतु आदेश पूर्णतः असंवैधानिक."
Kanwar Yatra 2024: एक अधिकारी ने बताया कि कांवड़ यात्रियों की आस्था की शुचिता बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया गया है और हलाल सर्टिफिकेशन वाले प्रोडक्ट बेचने वालों पर भी कार्रवाई होगी.
उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने मुजफ्फरनगर में कांवड़ शिविर संचालकों के साथ बैठक की. इस बैठक के बाद अग्रवाल ने कहा कि कांवड़ मेले में जो मुस्लिम लोग हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर अपनी दुकान चलाते हैं वो ऐसा न करें.