यूपी के डिप्टी सीएम और बिहार में सह-प्रभारी की भूमिका में रहे केशव प्रसाद मौर्य को भाजपा ने विधानमंडल का नेता चुनने के लिए पर्यवेक्षक भी नियुक्त किया था.
छांगुर बाबा उर्फ जमालुद्दीन मामले को लेकर भी केशव प्रसाद मौर्य ने विपक्ष पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा, 'भारत की आत्मा पर धर्मांतरण का हमला हो रहा है लेकिन चुनावी हिंदू चुप हैं.'
जब सीएम योगी आदित्यनाथ ने 'कटेंगे तो बंटेंगे' का नारा दिया था, तब केशव प्रसाद मौर्य ने इससे किनारा कर लिया था. उन्होंने कहा था कि वे नहीं जानते की सीएम ने ये बात क्यों कही पर ये नारा हमारा नहीं है.
मौर्य ने कहा कि उनका नारा हमेशा से "एक रहेंगे तो सेफ रहेंगे" रहा है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'सबका साथ, सबका विकास' के सिद्धांत से मेल खाता है.
UPPSC द्वारा नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया अपनाने और परीक्षा को दो शिफ्ट में कराने के कारण छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों का मानना है कि यह प्रक्रिया पारदर्शिता और निष्पक्षता को प्रभावित कर सकती है.
Keshav Prasad Maurya: केशव मौर्य ने कहा कि अखिलेश यादव के बारे में बार-बार कह चुका हूं कि वह गुंडे ,अपराधी, माफिया, भू माफिया शराब माफिया, नकल माफिया, भर्ती माफिया या फिर जितने भी माफिया हैं, उनके सरदार हैं.
लोकसभा चुनाव में यूपी में खराब प्रदर्शन के बाद बीजेपी में 'गठन बड़ा या सरकार' पर विवाद छिड़ गया था. केशव प्रसाद मौर्य ने यहां तक कह दिया था कि कोई भी सरकार संगठन से बड़ा नहीं है. संगठन बड़ा है, बड़ा था और बड़ा रहेगा.
खबर ये भी है कि केशव प्रसाद मौर्य की पीएम मोदी से करीब तीन दिन पहले ही मुलाकात हुई थी. सूत्रों के मुताबिक केशव मौर्य ने पीएम मोदी को यूपी में बीजेपी का हालात की जानकारी दी है.
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, "हमारी सरकार ने क्या-क्या किया है, उसे बताने की जरूरत नहीं है. अभी तो बस झांकी है, आगे बहुत कुछ बाकी है. सबसे पहले हमें 10 विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव में अखिलेश की पार्टी का हवा निकालना है."
UP Politics: दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से लगातार हुई बैठक के बाद यह तस्वीर आई है, जो पार्टी के तौर पर अहम है. बीते कुछ समय से अटकलें लगाई जा रही हैं कि बीजेपी के यूपी ईकाई में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है.