महिलाओं को अपनी सारी समस्याएं सीएम तक पहुंचाने में मदद करने के उद्देश्य से 'दीदी के बोलो' नामक पोर्टल शुरू किया गया था. हालांकि, दुख की बात है कि महिलाओं की आवाज दीदी तक नहीं पहुंच पा रही है.