Kumari Selja: रविवार को मीडिया से बातचीत में कुमारी सैलजा ने कहा कि हम लोगों से इन चौंकाने वाले चुनावी नतीजों के पीछे के कारणों के बारे में बात कर रहे हैं. किसी निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए कमियों की समीक्षा भी की जा रही है.
बैठक के बाद कांग्रेस नेता अजय माकन ने मीडिया से बातचीत में बताया कि पार्टी ने नतीजों की समीक्षा की है. उन्होंने कहा कि सभी एग्जिट पोल कांग्रेस को जीतते हुए दिखा रहे थे, और पार्टी को भी जीत का भरोसा था. हालांकि, परिणामों ने हैरान कर दिया.
कांग्रेस ने 'किसान, जवान और पहलवान' जैसे मुद्दों को केंद्र में रखकर बीजेपी को घेरने की कोशिश की, लेकिन वे इस विरोध को व्यापक जनता तक पहुंचाने में नाकाम रहे. किसान आंदोलन और अग्निवीर योजना को मुद्दा बनाकर कांग्रेस ने मोर्चा संभाला, लेकिन बीजेपी ने पीएम पेंशन योजना और अनाजों की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) जैसी योजनाओं से किसानों का विश्वास जीत लिया.
अब सबकी नजरें चुनावी नतीजों पर टिकी हैं, लेकिन एग्जिट पोल के मुताबिक कांग्रेस के नेतृत्व वाले गठबंधन को बढ़त मिलती दिख रही है. मुख्यमंत्री कौन होगा, यह पार्टी आलाकमान के फैसले पर निर्भर करेगा, लेकिन कई दिग्गज नेता अपनी दावेदारी पेश कर चुके हैं, और इन सबकी दावेदारी से कांग्रेस आलाकमान की टेंशन बढ़ने वाली है.
अशोक तंवर इस साल जनवरी में बीजेपी में शामिल हुए थे. लेकिन महज आठ महीने में उन्होंने अपनी पार्टी बदली है. उन्हें इस साल के लोकसभा चुनाव में सिरसा सीट से बीजेपी ने उम्मीदवार बनाया गया था.
Haryana Election 2024: कांग्रेस में इस वक्त भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कुमारी सैलजा दोनों के बीच मान-मनौव्वल की कोशिश की जा रही है. दोनों ही नेता सीएम पद को लेकर किसी तरह का समझौता नहीं करना चाहते हैं.
Haryana Election 2024: कांग्रेस के एक कार्यक्रम में अपने लिए जातिसूचक शब्दों का उपयोग किए जाने के बाद कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा ने प्रचार से दूरी बना ली. अब भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सैलजा को बहन बताया है.
Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा में कांग्रेस सरकार बनाने में कामयाब हुई तो सीएम कौन होगा? कुमारी शैलजा, भूपेंद्र सिंह हुड्डा या रणदीप सुरजेवाला? कुमारी सैलजा ने कहा कि सीएम का फैसला आला कमान करेगा.
हरियाणा में कांग्रेस को सरकार बनाने की उम्मीद है, लेकिन नेताओं के बीच इस आपसी खींचतान से पार्टी को नुकसान हो सकता है. खासकर तब, जब पार्टी को एकजुट होकर चुनाव लड़ने की जरूरत है. वहीं, बीजेपी में भी मुख्यमंत्री पद को लेकर अनबन देखने को मिल रही है.
कुमारी शैलजा ने कहा, "जो है वह सबको दिख रहा है. वह इंचार्ज हैं इनका काम करने का अपना तरीका है. सारी बातें मीडिया के सामने नहीं करना चाहती लेकिन सारी बातें सबके सामने हैं."