ललित मोदी ने कहा कि जब उन्होंने कोच्चि IPL टीम के साझेदारों के बारे में जानकारी ली, तो उन्हें यह समझ में आया कि यह टीम वित्तीय रूप से सही नहीं थी. इसके बावजूद सुनंद पुष्कर को बिना किसी योगदान के बड़ा हिस्सा दे दिया गया.