CG News: शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती महाराज ने हिंदी भाषा, आदिवासी शब्द और विवाह के बाद हत्याओं के मुद्दे पर खुलकर बात की. इस दौरान उन्होंने कहा कि आखिर हिंदी बोलने में शर्म क्यों?
यह 'जय गुजरात' का नारा ऐसे समय में आया है जब महाराष्ट्र में भाषा को लेकर पहले से ही सियासी उबाल है. हाल के दिनों में हिंदी भाषा को थोपने के मुद्दे पर महायुति और महाविकास अघाड़ी (MVA) के बीच जोरदार बहस चल रही है. विपक्ष लगातार आरोप लगा रहा है कि बीजेपी और शिंदे सरकार मराठी भाषा को महत्व नहीं दे रही है.