CG News: अविभाजित मध्य प्रदेश के समय से आदिवासी समाज के लोगों को 5 लीटर महुआ शराब बनाने की छूट दी गई है. तब कहा गया कि आदिवासी समाज को शराब बनाने की छूट देना इसलिए जरूरी है क्योंकि शराब उनकी संस्कृति और परंपरा का हिस्सा है.