रावण सीता को पूजा के लिए लाता है. पूजा के बाद जब भगवान राम और सीता आशीर्वाद लेने के लिए पुजारी यानी रावण के पैर छूने के लिए झुकते हैं, तो रावण 'विजयी भव: का आशीर्वाद भी देता है.
अयोध्या में भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा का उत्साह माता जानकी की जन्मस्थली जनकपुर में भी देखने को मिला.
Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ राष्ट्रवादी संघ द्वारा 21 जनवरी की शाम को "भांचा राम नहिहाल महोत्सव" का आयोजन होने जा रहा है, जिसमें तीन वर्ल्ड रिकॉर्ड बनेंगे.
Chhattisgarh: दरअसल छत्तीसगढ़ से राम भक्तों की एक खेप अगले महीने फरवरी में ट्रेन से अयोध्या जाने वाली है.
Ram Jharna: पौराणिक मान्यता है कि भगवान श्रीराम 14 वर्ष के वनवास काल में पत्नी सीता व भाई लक्ष्मण के साथ यहां आये थे.