CG News: बालोद जिला मुख्यालय से लगभग 12 किलोमीटर दूर बालोद अर्जुन्दा मुख्य मार्ग पर जगन्नाथपुर गांव में स्थित है. एक छोटा सा शिव मंदिर जो दिखने में तो काफी छोटा है लेकिन बहुत चमत्कारी हैं. जिसका निर्माण 11वीं शताब्दी में हुआ था. इस मंदिर के निर्माण से ही गांव का नाम रखा गया हैं.
एक अन्य पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान शिव ने चंद्रमा को पुनर्जीवित करने के लिए अपने माथे पर धारण किया था. कथा के अनुसार, चंद्रमा का विवाह दक्ष प्रजापति की 27 नक्षत्र कन्याओं के साथ हुआ था.
शिव आराधना में लीन विष्णु को यह बात पता नहीं चली. एक फूल गिरने के बाद विष्णु उसे खोजने लगे. लेकिन कोई फूल नहीं मिला. विष्णु को कमलनयन के नाम से भी जाना जाता है.