Maharashtra Politics

Aurangzeb Controversy

“मराठा को मिटाने आया था, उसे यहीं गाड़ा…”, औरंगजेब की कब्र पर MNS का अनोखा अभियान, जगह-जगह लगाए KM वाला पोस्टर

शहर के प्रमुख स्थानों पर लगे इन बैनरों में कब्र तक की दूरी साफ-साफ बताई गई है. मिसाल के तौर पर, क्रांतिचौक से 27 किमी, जिला न्यायालय से 26 किमी, बाबा पेट्रोल पंप से 25 किमी, होली क्रॉस स्कूल से 24 किमी, और शरनापुर से 14 किमी. मनसे का मकसद है कि लोग यह जानें कि मराठा इतिहास का एक क्रूर शासक यहीं दफन है.

क्या शिंदे से किनारा चाहती है BJP? महाराष्ट्र की राजनीति में नया खेल शुरू!

शिंदे ने जो मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना और आनंदाचा सिद्धा योजना शुरू की थी. उसे रोक दिया गया है. इन योजनाओं का उद्देश्य बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा पर मुफ्त यात्रा का लाभ देना और त्योहारों के दौरान सस्ते दरों पर राशन मुहैया कराना था. इन फैसलों से शिंदे को यह संकेत मिल सकता है कि बीजेपी अब उन्हें पूरी तरह से सहयोग नहीं दे रही है.

Maharashtra Politics

फडणवीस की तारीफ कर उद्धव ने छेड़ी सियासी तान, क्या बदलने वाला है महाराष्ट्र का साउंडट्रैक? समझिए गुणा-गणित

महाराष्ट्र की सियासत में आने वाले बीएमसी (Brihanmumbai Municipal Corporation) चुनाव भी एक अहम मोड़ साबित हो सकते हैं. ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या उद्धव ठाकरे और भाजपा के बीच करीबी रिश्ते देखने को मिलेंगे? क्या शिवसेना फिर से भाजपा से जुड़ने के बारे में सोचेगी?

CM Devendra Fadnavis

महाराष्ट्र में फडणवीस सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार, पंकजा मुंडे, नितेश राणे और गिरीश महाजन समेत 35 विधायकों की होगी तगड़ी एंट्री!

बीजेपी ने अपने कोटे से 20 विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल करने का निर्णय लिया है. इनमें से कुछ प्रमुख नामों में नितेश राणे, पंकजा मुंडे, और गिरीश महाजन शामिल हैं. इनके अलावा अन्य विधायकों में शिवेंद्र राजे, देवेन्द्र भुयार, मेघना बोर्डिकर और जयकुमार रावल जैसे नेता भी मंत्रिमंडल का हिस्सा बन सकते हैं.

Rahul Gandhi

क्या खतरे में है महाविकास अघाड़ी गठबंधन? Rahul Gandhi ने सावरकर पर बयान देकर लिख दी पटकथा!

राहुल गांधी ने 2022 में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान सावरकर को लेकर कुछ बयान दिए थे, लेकिन उस वक्त उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने सार्वजनिक रूप से विरोध किया था. तब एक समझौता हुआ था कि राहुल इस विषय पर चुप्पी रखेंगे, क्योंकि यह मुद्दा महाराष्ट्र की राजनीति में संवेदनशील था और कांग्रेस के लिए गठबंधन को बचाने की आवश्यकता थी.

अजित पवार

अजित पवार की संपत्ति नहीं है बेनामी, लेकिन सियासी पर्दे के पीछे कुछ और है कहानी!

अजित पवार के खिलाफ उठाए गए बेनामी संपत्ति के आरोपों को खारिज करना, केवल एक कानूनी निर्णय नहीं है, बल्कि राजनीति में चल रहे जटिल खेल का हिस्सा भी हो सकता है.

Maharashtra Politics

महायुति में पोर्टफोलियो बंटवारे को लेकर तनाव… BJP के इस फॉर्मूले से शिंदे-पवार रह जाएंगे हक्का-बक्का!

Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में राजनीति अब एक नई दिशा में बढ़ती दिखाई दे रही है, जहां मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के पद पर विवाद तो खत्म हो गया, लेकिन अब मंत्रिमंडल में पदों के बंटवारे को लेकर घमासान मचने की संभावना है. देवेंद्र फडणवीस ने सीएम पद पर कब्जा किया है, और यह कोई अचरज की […]

Ajit Pawar vs Sharad Pawar

‘क्या आप पद के लिए परिवार को तोड़ देंगे?’, अजित पवार के आरोपों पर शरद पवार ने किया पलटवार

बारामती विधानसभा सीट से अपने पोते युगेंद्र पवार के लिए प्रचार करते हुए शरद पवार ने भतीजे अजित पवार की नकल भी की. उन्होंने कहा कि मेरे माता-पिता और भाइयों ने मुझे कभी परिवार तोड़ने जैसा पाप करना नहीं सिखाया.

Anil Deshmukh Allegation On Devendra Devendra Fadnavis

‘अजित पवार को फंसाने की फडणवीस ने रची थी साजिश’, अपनी किताब में अनिल देशमुख का दावा

Maharashtra Politics: अनिल देशमुख ने अपनी किताब 'डायरी ऑफ ए होम मिनिस्टर' जारी की है, जिसने महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है. किताब में किए गए दावों में देवेंद्र फडणवीस पर आरोप लगाया गया है.

बॉलीवुड सितारों के साथ बाबा सिद्दीकी

बाबा सिद्दीकी के एक फोन पर क्यों उमड़ पड़ता था पूरा बॉलीवुड? जानें फिल्मी सितारों से कैसा था कनेक्शन

बाबा सिद्दीकी की इफ्तार पार्टी केवल सितारों की मौजूदगी के लिए ही मशहूर नहीं थी, बल्कि यहां कई पुरानी दुश्मनियां भी खत्म होती थीं. इसका सबसे बड़ा उदाहरण शाहरुख खान और सलमान खान हैं. दोनों के बीच लंबे समय से चली आ रही अनबन को बाबा की पार्टी ने ही सुलझाने में अहम भूमिका निभाई थी.

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