अमिताभ यश ने बताया कि एसटीएफ जब किसी अपराधी पर कार्रवाई करती है तो पहले उसकी गिरफ्तारी का प्रयास करती है और पर्याप्त सबूत जुटाए जाते हैं. अगर अपराधी पुलिस पर फायर करता है, तो पुलिस भी जवाबी फायर करती है.
इस पूरे मामले को लेकर यूपी पुलिस अपने रुख पर कायम है. पुलिस का कहना है कि सभी गिरफ्तारियां और एनकाउंटर कानून के अनुसार और साक्ष्यों के आधार पर किए गए हैं.
अखिलेश यादव इस एनकाउंटर केस के जरिए एक तीर से कई निशाने साध रहे हैं. लोकसभा चुनाव में जीत से उत्साहित अखिलेश अब साल 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारी में भी अपने पीडीए-प्रयोग के साथ उतरना चाहते हैं. इसकी भूमिका लिखनी उन्होंने अभी से शुरू कर दी है.