पीएम मोदी ने मणिपुर की तारीफ करते हुए कहा कि मणिपुर के नाम में ही 'मणि' है, जो आने वाले समय में पूरे नॉर्थ-ईस्ट की चमक को बढ़ाएगा. उन्होंने कहा कि भारत सरकार का निरंतर प्रयास रहा है कि मणिपुर विकास की राह पर तेजी से आगे बढ़े.
इस विस्तार से उन विधायकों को निराशा हुई है जो राज्य में जल्द से जल्द एक नई सरकार बनाने की उम्मीद कर रहे थे. खासकर, सत्ताधारी गठबंधन (NDA) के मैतेई और नागा समुदाय से जुड़े विधायक लगातार राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश कर रहे थे.
AFSPA को 31 मार्च 2025 तक लगाया गया था. लेकिन मणिपुर समेत 3 राज्यों में हिंसा अभी भी जारी है. जिसके कारण गृहमंत्रालय ने एक अप्रैल से अगले 6 महीने तक AFSPA बढ़ाने का फैसला लिया है.
Manipur: शनिवार को शाह ने दिल्ली में मणिपुर के राज्यपाल के साथ सुरक्षा स्थिति पर बैठक की. इस दौरान मणिपुर में सामान्य स्थिति बहाल करने और कई समूहों द्वारा रखे गए अवैध और लूटे गए हथियारों को आत्मसमर्पण करने पर ध्यान केंद्रित किया गया.
एन. बीरेन सिंह का इस्तीफा एक ऐसे समय में आया है जब मणिपुर विधानसभा सत्र 10 फरवरी से शुरू होने जा रहा है. इस सत्र में उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की अटकलें थीं. इसके अलावा, मुख्यमंत्री और उनके कुछ मंत्रियों के इंफाल से बाहर जाने के बाद यह अफवाहें भी उड़ीं कि वे दिल्ली बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करने गए हैं.
वीरेंद्र सिंह ने अपने पत्र में कहा कि जेडीयू के 5 विधायक पहले ही भाजपा में शामिल हो चुके हैं. इसके अलावा, मणिपुर विधानसभा में जेडीयू का एकमात्र विधायक मोहम्मद अब्दुल नासिर भी विपक्षी खेमे में शामिल हो गए हैं.
मणिपुर की राजधानी इंफाल में अपने निवास पर अपनी सरकार के विकास कार्यों पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि जो हुआ उसे भूल जाएं और माफ कर दें.
हिंसा की शुरुआत तब हुई जब जिरीबाम जिले की बारक नदी से छह शव बरामद हुए. इनमें से तीन शव शुक्रवार रात और तीन शव शनिवार को मिले.
अधिकारी ने बताया कि हत्या के बाद जिला मुख्यालय से करीब 7 किलोमीटर दूर पहाड़ियों में विरोधी समुदायों के हथियारबंद लोगों के बीच भारी गोलीबारी हुई, जिसमें तीन पहाड़ी उग्रवादियों सहित चार हथियारबंद लोगों की मौत हो गई.
उन्होंने कहा, "केंद्र सरकार को एकीकृत कमान को मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाली राज्य सरकार को सौंपना चाहिए और राज्य में शांति और सामान्य स्थिति लाने के लिए कानून द्वारा निर्धारित प्रक्रियाओं के अनुसार कार्य करने देना चाहिए."