Independence Day 2025: इस साल 15 अगस्त को भारत अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है. यह दिन 1947 में ब्रिटिश शासन से भारत की आजादी के ऐतिहासिक क्षण को चिह्नित करता है, जो बलिदान, संघर्ष और एकता का प्रतीक है. इस अवसर पर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लाल किले की प्राचीर से लगातार 12वीं बार राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे और राष्ट्र को संबोधित करेंगे. यह उपलब्धि उन्हें जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के रिकॉर्ड के करीब लाती है, जो लाल किले पर तिरंगा फहराने के मामले में सबसे प्रमुख प्रधानमंत्रियों में गिने जाते हैं.
Chinmay Prabhu Das: न्यूज एजेंसी डेली स्टार के मुताबिक चटगांव सेशन कोर्ट के जज सैफुल इस्लाम ने दोनों पक्षों की दलील पढ़ने के बाद चिन्मय प्रभु दास की जमानत याचिका को खारिज कर दिया. सुप्रीम कोर्ट के 11 वकीलों की टीम चटगांव कोर्ट पहुंची थी.
भारत के 7वें प्रधानमंत्री वीपी सिंह का कार्यकाल 1989 से 1990 तक रहा. उनका निधन 2008 में हुआ था और जब उनकी मृत्यु हुई, तो उनके अंतिम संस्कार को लेकर भी विवाद उठा. कई रिपोर्ट्स के मुताबिक, वीपी सिंह के परिवार ने उनका अंतिम संस्कार दिल्ली में करने की इच्छा जताई थी, लेकिन उन्हें इलाहाबाद ले जाकर संगम के किनारे उनका संस्कार किया गया.
Manmohan Singh: पूर्व प्रधानमंत्री भले ही पंचतत्व में विलीन हो गए, लेकिन वह हमेशा यादों में रहेंगे. उनका छत्तीसगढ़ से गहरा कनेक्शन था.
Manmohan Singh: देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह शनिवार को पंचतत्व में विलीन हो गए. उनकी अंतिम विदाई से पहले छत्तीसगढ़ के पूर्व CM भूपेश बघेल भावुक हो गए. उन्होंने सोशल मीडिया पर पूर्व PM से अपनी मुलाकात और उनसे जुड़ा एक किस्सा बताया.
आज जब हम विदेशों में उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों का उपयोग करते हैं, मंहगे मॉल्स में शॉपिंग करते हैं, और नई तकनीकों का फायदा उठाते हैं, तो यह सब डॉ. मनमोहन सिंह की नीतियों का परिणाम है.
2024 Famous Goodbye: साल 2024 भारत के लिए कई मायनों मे बहुत यादगार रहा लेकिन इस साल हमने अपने कुछ नायाब सितारों को हमेशा के लिए खो दिया और नम आंखों से उन्हें विदाई दी.ये वो हस्तियां थीं जो न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में अपने काम से अपनी खास पहचान बनाई.
डॉ. मनमोहन सिंह का योगदान भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था के लिए अतुलनीय रहेगा. उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था को एक नई दिशा दी और उसे वैश्विक मंच पर प्रतिस्पर्धी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उनका कार्यकाल भारतीय इतिहास में हमेशा याद किया जाएगा,
Manmohan Singh Memorial: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी-शाह से मांग की थी कि मनमोहन सिंह का जहां अंतिम संस्कार हो, वहीं स्मारक बनाया जाए. जिसके बाद गृह मंत्रालय ने देर रात बताया कि स्मारक की सही जगह तय करने में कुछ दिन लग सकते हैं.
मनमोहन सिंह की सरकार को लेफ्ट का समर्थन था और ये खेमा अमेरिका के साथ न्यूक्लियर डील होने का विरोध कर रहा था.