वो समय था जब नरेंद्र मोदी भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव थे. 1998 में जब वह मॉरीशस पहुंचे, तो उन्होंने वहां आयोजित अंतर्राष्ट्रीय रामायण सम्मेलन को संबोधित किया. इस सम्मेलन में उन्होंने भगवान राम के सार्वभौमिक मूल्यों की बात की और यह बताया कि रामायण ने भारत और मॉरीशस के बीच एक मजबूत सांस्कृतिक पुल का काम किया.