ईडी का आरोप है कि राजीव गांधी क्रिकेट स्टेडियम के निर्माण में हेराफेरी हुई और एचसीए ने कई प्राइवेट कंपनियों को ऊंची किमतों पर ठेके दिए, जिससे क्रिकेट एसोसिएशन को करोड़ों का नुकसाम हुआ है.