साल 1991. ठीक 16 महीने पहले ही नौवीं लोकसभा भंग कर दी गई थी. देश अब 10वें आम चुनाव के लिए तैयार था. उस वक्त देश की राजनीति मंडल और मंदिर के इर्द-गिर्द केंद्रित था.