इजरायल ने ईरान में युद्ध की स्क्रिप्ट जनवरी 2018 में ही लिख दी थी. जनवरी की एक रात मोसाद के जासूसों ने तेहरान के बाहर एक खुफिया गोदाम में घुसकर ईरान के परमाणु दस्तावेज चुरा लिए थे. ये दस्तावेज एक बड़े कमरे में रखी 32 विशालकाय तिजोरियों में बंद थे, जिनकी ऊंचाई 2.7 मीटर थी.
मोसाद की योजना थी कि सद्दाम को किसी सार्वजनिक जगह पर मारा जाए, ताकि इससे इराक और बाकी देशों को एक कड़ा संदेश मिले. उन्होंने फैसला किया कि सद्दाम पर हमला तब किया जाएगा जब वो किसी भीड़ वाली जगह पर मौजूद हों. इस बेहद मुश्किल और खतरनाक काम के लिए इजरायल की सबसे खास और काबिल कमांडो यूनिट सायरेट मटकल (Sayeret Matkal) को चुना गया.
इजरायल और ईरान के बीच तनातनी काफी समय से चल रही है. इस बीच, इजरायल को खुफिया रिपोर्ट मिली थी कि ईरान परमाणु बम बनाने की तैयारी कर रहा है.