Hariyali Teej 2025: पौराणिक कथा के मुताबिक, माता पार्वती ने 108 जन्मों तक कठोर तपस्या की थी, जिसके फलस्वरूप भगवान शिव ने उन्हें पत्नी के रूप में स्वीकार किया था.