मध्य प्रदेश में बारिश का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है. मध्य प्रदेश में बारिश का सट्रॉन्ग सिस्टम एक्टिव है.
डिंडौरी में लगातार हो रही बारिश के कारण यहां नर्मदा नदी में बाढ़ आ गई है. सभी घाट और यहां बने मंदिर पानी में डूब गए हैं. पुलों के ऊपर पानी बह रहा है.
ओंकारेश्वर में बारिश के कारण इंदिरा सागर बांध से पानी छोड़ा गया है. नर्मदा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. जिसके कारण ओंकारेश्वर के सभी घाट जलमग्न हो चुके हैं.
मुरैना में शासकीय हाई सेकेंडरी स्कूल की एक दीवार बीती रात अचानक भरभराकर गिर गई.
राजधानी भोपाल में अब तक 20 इंच(500) मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक अगले 3 दिनों तक प्रदेश में बारिश का ऐसा ही दौर देखने को मिलेगा.
मुरैना में डेरा डालकर रह रही घुमक्कड़ जाति के परिवारों की झोपड़ियां पानी से भर गईं. सारा अनाज, सामान और अन्य चीजें पानी में बह गए. जिसके कारण परिवारों के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है. बच्चे भूख-प्यास से परेशान हो गए हैं.
मध्य प्रदेश में शुक्रवार को भी 19 जिलों में अति बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. जबकि 18 जिलों भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है.
मध्य प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण कई जिलों में बाढ़ के हालात हो गए हैं. डैम ओवर फ्लो हो गए और नदियां उफान पर हैं.
बारिश के कारण सड़कों की स्थिति बहुत बिगड़ गई है. सतना चित्रकूट मार्ग पर ट्रक पलटने से 2 किलोमीटर लंबा जाम लग गया है.
जबलपुर और उसके आसपास बीते दिनों से हो रही लगातार बारिश के चलते बरगी बांध के गेट खोल दिए गए हैं. जिसके चलते नर्मदा नदी में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. देवास के नेमावर में भी नर्मदा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है.