सांसद संतोष पांडेय ने सदन को विश्वविद्यालय का विस्तृत इतिहास भी बताया. उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय केवल एक शिक्षा केंद्र नहीं, बल्कि भारतीय कला संस्कृति की धरोहर है.