जज अविनाश कुमार ने इस पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपी उमेंद्र केवट को फांसी की सजा दी है. जिस तरह से यह जघन्य घटना हुई है इस फैसले के बाद यह बिलासपुर के अलावा पूरे छत्तीसगढ़ में एक नजीर पेश करने जैसा निर्णय है.