अब देखने वाली बात यह होगी कि चुनावी परिणामों में इन वादों में से कौन सा गठबंधन जनता पर ज्यादा प्रभाव डालता है. महाविकास अघाड़ी जहां जातीय जनगणना और सामाजिक समानता के मुद्दे को प्रमुखता दे रही है, वहीं महायुति महिलाओं, किसानों और युवाओं के लिए सीधे वित्तीय मदद की बात कर रही है.