कथानुसार, एक बार माता पार्वती अपने स्वर्ण मणि को नदी में खेलते हुए खो बैठीं, जो बहते हुए पाताल लोक में पहुंच गई. भगवान शिव ने मणि को ढूंढने के लिए अपने गणों को भेजा, लेकिन वे मणि को नहीं खोज पाए. इस पर भगवान शिव अत्यधिक क्रोधित हो गए...
रावण सीता को पूजा के लिए लाता है. पूजा के बाद जब भगवान राम और सीता आशीर्वाद लेने के लिए पुजारी यानी रावण के पैर छूने के लिए झुकते हैं, तो रावण 'विजयी भव: का आशीर्वाद भी देता है.