नारायण साकार ने कहा, "हमारे वकील ए.पी.सिंह और प्रत्यक्षदर्शियों ने हमें सभा में एक ज़हरीले स्प्रे के बारे में बताया. इससे साबित होता है कि हमारे नाम और प्रतिष्ठा को धूमिल करने के लिए एक साजिश रची गई थी."