Narendra Shivaji Patel

Raisen child rape case minister says keep accused alive to identify helpers demands for hanging and encounter

गौहरगंज रेप केस: आरोपी को फांसी की मांग के बीच मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल का बड़ा बयान, बोले- जिंदा रखना इसलिए जरूरी है क्योंकि…

MP Girl Rape Case Protest: मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर लिखा, "जिंदा रखना इसलिए जरूरी है कि पता तो चले कौन-कौन मददगार थे. सजा तो सबको मिलेगी..."

MP Minister Narendra shiva ji patel

‘जीवन भर मंत्री पद स्वीकार नहीं करूंगा…’, कफ सिरप मामले में स्वास्थ्य राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल का बड़ा बयान, बोले- दोषियों को सजा मिलेगी

Chhindwara Medicine Controversy: स्वास्थ्य राज्यमंत्री ने कहा कि ये हमारे सामने है कि कैसे डॉक्टर ने मेडिकल स्टोर और मैन्यूफैक्चरर के साथ मिलकर प्रॉफिट वाला धंधा बनाया. निश्चित तौर पर सभी पर कड़ाई से सभी पर अंकुश लगाने की आवश्यकता है

Cough syrup case: We accept responsibility, says Minister of State for Health Narendra Shivaji Patel

‘इस्तीफा हल है तो मैं तैयार हूं…’, कफ सिरप से मौतों पर बोले राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल- हम जिम्मेदारी स्वीकारते हैं

MP News: स्वास्थ्य राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने कहा कि हम जिम्मेदारी स्वीकारते हैं. उन्होंने आगे कहा कि जिन लोगों ने ऐसा कृत्य किया है उनके खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज हुआ है. एसआईटी भी गठित की गई है, ऐसे संगठित अपराध करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा.

Vistaar Sthapana Utsav

MP में कैसे मिलती है Air Ambulance की सुविधा?

Vistaar Sthapana Utsav 2025: राज्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने मध्यप्रदेश में Air Ambulance की सुविधा की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि आज मरीजों को हेलिकॉप्टर से अस्पताल पहुंचाया जा रहा है.

Chhattisgarh News

मध्य प्रदेश भाजपा में सांसदों और विधायकों के बीच बढ़ती तकरार, दिल्ली हाई कमान की ओर से तलब हो सकते हैं नेता

रीवा सांसद जनार्दन मिश्रा और स्थानीय विधायक सिद्धार्थ तिवारी के बीच भी विवाद उत्पन्न हो गया है. मिश्रा ने हाल ही में एक बयान में कहा कि तिवारी ने लूट, गुंडागर्दी और भ्रष्टाचार की राजनीति की है. उन्होंने तिवारी की कार्यशैली को आलोचना का निशाना बनाते हुए कहा कि अगर आज शहर की सड़क पर एक गड्डा हो जाता है तो अखबार की सुर्खियां बन जाती हैं, जबकि तिवारी के समय में सड़कें गड्डों से भरी रहती थीं.

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