Shubhanshu Shukla Return: भारत के अंतरिक्ष यात्रीशुभांशु शुक्ला 12 दिनों से International Space Station में हैं. 10 जुलाई को उनकी वापसी होनी थी, लेकिन अब तक वह नहीं लौटे हैं. जानिए आखिर क्यों उनकी धरती पर वापसी मे देरी हो रही है.
Axiom-4 Mission: Axiom-4 मिशन को कई बार स्थगित करना पद चूका था. 29 मई 2025 को मौसम और तकनीकी समस्याओं के कारण देरी हुई. हालांकि, अब यह मिशन सफलतापूर्वक लॉन्च हो गया.
Sunita Williams: भारतीय समय अनुसार ये पीसी सोमवार देर रात 12 बजे शुरू हुई. इस दौरान Crew-9 के मेंबर्स ने कई सवालों का जवाब दिया. इस दौरान जब एक भारतीय पत्रकार ने सुनीता से भारत को लेकर सवाल पूछा तो उनका जवाब काफी शानदार रहा. सुनीता से जब यह सवाल पूछा गया कि स्पेस से भारत कैसा दिखता है? इसका जवाब देते हुए सुनीता से कहा- 'बहुत, खूबसूरत.'
जब कोई स्पेसक्राफ्ट अंतरिक्ष से धरती के वायुमंडल में प्रवेश करता है, तो उसकी गति लगभग 28,000 किलोमीटर प्रति घंटे होती है. इस उच्च गति से वायुमंडल के साथ रगड़ पैदा होती है, जिससे कैप्सूल का तापमान बढ़कर खतरनाक स्तर तक पहुंच जाता है.
Dragon Capsule अपने दम पर धरती की निचली कक्षा में 10 दिन तक रह सकता है, लेकिन जब इसे ISS से जोड़ दिया जाता है, तो यह 210 दिनों तक अंतरिक्ष में रह सकता है.
एक्सिओम-4 मिशन के चालक दल में अमेरिका की पैगी व्हिटसन (कमांडर), भारत के ग्रुप कैप्टन शुक्ला (पायलट), पोलैंड के सालावोस उज़्नान्स्की (मिशन विशेषज्ञ) और हंगरी के टिबोर कपू (मिशन विशेषज्ञ) शामिल होंगे.
लूनर रीकॉन्सेंस ऑर्बिटर और दानुरी की गति में 11,500 किलोमीटर प्रति घंटा का अंतर है. एलआरओ का कैमरा एक्सपोज़र समय केवल 0.338 मिलीसेकंड है. इसलिए जब एलआरओ ने फोटो ली तो दानुरी अपने आकार से 10 गुना अधिक बड़ा दिखाई दिया.