Jammu-Kashmir: नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के नेता और उपमुख्यमंत्री सुरिंदर कुमार चौधरी की ओर से चल रहे सत्र के तीसरे दिन पेश किए गए प्रस्ताव को विपक्षी बीजेपी सदस्यों के कड़े विरोध के बावजूद सत्तारूढ़ दल का समर्थन मिला.
2019 में अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के बाद उमर अब्दुल्ला सरकार के खिलाफ एक सशक्त आवाज़ बने. वे लंबे समय तक नजरबंद भी रहे, लेकिन उनका संघर्ष जारी रहा. अब, जब वे दोबारा मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं, तो उनके सामने नई चुनौतियां होंगी.
Jammu-Kashmir Election Result: शुरुआती रुझानों में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस वाली गठबंधन को पूर्ण बहुमत मिलता हुआ दिख रहा है. वहीं, भारतीय जनता पार्टी 25 सीटों पर लीड कर रह ही है.
फारूक अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) महबूबा मुफ्ती के नेतृत्व वाली पीडीपी की 2015 में भाजपा के साथ गठबंधन सरकार को बड़ा मुद्दा बना सकती है. एनसी के अनुसार, इस गठबंधन के कारण अगस्त 2019 की घटनाएं हुईं, जब जम्मू-कश्मीर ने अपना विशेष दर्जा खो दिया.
Amit Shah: सत्ता के लालच में बार-बार देश की एकता और सुरक्षा के साथ खेलने वाली कांग्रेस पार्टी ने जम्मू-कश्मीर चुनाव में अब्दुल्ला परिवार की ‘नेशनल कांफ्रेंस’ के साथ गठबंधन करके फिर से अपने मंसूबों को देश के सामने रखा है.
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि कांग्रेस के साथ गठबंधन पर शाम को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की मौजूदगी में हस्ताक्षर किए जाएंगे.
नेशनल कॉन्फ्रेंस ने घोषणापत्र का मसौदा तैयार करने के लिए जम्मू-कश्मीर के पूर्व वित्त मंत्री और वरिष्ठ नेता अब्दुल रहीम राथर के नेतृत्व में एक समिति बनाई थी.
I.N.D.I.A ब्लॉक को एक और झटका देते हुए पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को घोषणा की कि वे केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में लोकसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवार उतारेंगे.
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने ईवीएम को लेकर एक बार फिर से चिंता जताई है.
Lok Sabha Election 2024: जम्मू-कश्मीर की सभी 5 लोकसभा सीटों पर Farooq Abdullah की पार्टी नेशनल कांफ्रेंस अकेले चुनाव लड़ेगी.