पेट्रोलियम मंत्री ने साफ शब्दों में कहा है कि अगर तेल की कीमतें काबू में रखनी हैं, तो दुनिया को 10% कम तेल का इस्तेमाल करना होगा, जो संभव नहीं है. या फिर बाकी 90% सप्लायर से ज़्यादा तेल खरीदना पड़ेगा, जिससे कीमतें बहुत बढ़ जाएंगी.