नीतीश के इन एलानों का असर तभी होगा, जब ये जमीनी स्तर पर लागू होंगे. मुफ्त बिजली और वेतन वृद्धि का खजाना कहां से आएगा, ये बड़ा सवाल है. अगर इन योजनाओं में देरी हुई या खामियां सामने आईं, तो जनता का भरोसा डगमगा सकता है. साथ ही, नीतीश की बार-बार गठबंधन बदलने की आदत और उनकी "स्वास्थ्य" पर विपक्ष के तंज उनकी विश्वसनीयता को कमजोर कर रहे हैं.
Bihar News: नीतीश कुमार ने ऐलान किया कि पत्रकारों को दी जाने वाली पत्रकार सम्मान पेंशन राशि को 6 हजार प्रति माह से बढ़ाकर 15 हजार प्रति माह कर दिया गया है.
Bihar Election 2025: विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने SIR प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए चुनाव बहिष्कार की धमकी दी है. उन्होंने आरोप लगाया है कि सत्तारूढ़ NDA और चुनाव आयोग मिलकर मतदाता सूची में हेरफेर कर रहे हैं.
Bihar Monsson Session 2025: तेजस्वी यादव ने मतदाता सत्यापन के लिए मांगे जा रहे 11 दस्तावेजों पर सवाल उठाते हुए नीतीश कुमार सरकार पर निशाना साधा. इस दौरान मुख्यमंत्री और तेजस्वी के बीच तीखी बहस हुई.
बिहार में कुल अपराधों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. हालांकि, हत्या जैसे जघन्य अपराधों में लालू-राबड़ी के दौर के मुकाबले करीब 40% की कमी आई है. लेकिन, हाल के कुछ सालों में चोरी, डकैती और हत्या जैसी घटनाओं में इजाफा जरूर देखा गया है.
सिक्के का दूसरा पहलू ये है कि सरकार पर इस "फ्री" बिजली का भारी बोझ पड़ने वाला है. जब सरकार मुफ्त में कुछ देती है, तो इसका मतलब ये नहीं कि उसकी कोई लागत नहीं होती. बल्कि, उस लागत को टैक्सपेयर्स यानी हम और आप जैसे लोग ही किसी न किसी रूप में चुकाते हैं.
Bihar News: बिहार राज्य की मूल निवासी महिलाओं को सरकारी नौकरियों में 35% आरक्षण प्रदान किया जाएगा. यह फैसला नीतीश सरकार की महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक और कदम माना जा रहा है.
Jehanabad: जहानाबाद से गया को जोड़ने वाली राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-83 का हिस्सा है. जिसके चौड़ीकरण का काम हाल ही में पूरा हुआ.
49 वर्षीय निशांत कुमार पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं और उन्होंने बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (BIT) मेसरा से पढ़ाई की है. अब तक वे राजनीति से कोसों दूर थे और अध्यात्म में रुचि रखते थे.
Bihar Election 2025: वो कहते हैं न कि 'छोटे-छोटे चूहों के कारण ही बड़ा से बड़ा जहाज डूबता है.' ये स्टेटमेंट बिहार चुनाव में छोटी-छोटी पार्टियों पर सटीक बैठता है. राज्य के चुनाव में लालू और नीतीश के चुनावी गणित को फेल करने में बिहार में उभर रहीं पार्टियां अहम् किरदार निभा सकती हैं.