वर्तमान में राज्यसभा में विपक्ष के पास बहुमत नहीं है. भाजपा और उनके सहयोगियों के पास अधिकांश सीटें हैं, जो अविश्वास प्रस्ताव के पारित होने में रोड़ा डाल सकती हैं. ऐसे में विपक्ष का यह कदम एक राजनीतिक बयान हो सकता है, लेकिन इसके सफल होने की संभावना कम नजर आ रही है.
लोकसभा में भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है, जहां विपक्षी सांसदों ने विभिन्न मुद्दों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. इस विरोध प्रदर्शन के कारण कई बार कार्यवाही स्थगित की गई है और सत्र का संचालन प्रभावित हो रहा है.