नूंह में जहां सड़कों पर खून और टूटे हुए चप्पल बिखरे पड़े थे, वहीं सिवालखास में गोलियों की आवाज ने बच्चों तक को डरा दिया. सोशल मीडिया पर लोग वीडियो शेयर कर रहे हैं, कोई इसे 'ईद का जश्न' कहकर मजे ले रहा है तो कोई गुस्से में सरकार और पुलिस को कोस रहा है.