इस जंग के दौरान इजरायल की नजर ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई पर भी थी. इजरायल के रक्षा मंत्री ने एक इंटरव्यू में कहा था कि अगर उन्हें मौका मिलता तो वे खामेनेई को भी 'खत्म' कर देते, लेकिन ऐसा अवसर उन्हें मिल नहीं पाया.