Tahawwur Rana Extradition: जब से तहव्वुर राणा के प्रत्यार्पण की खबरें सामने आई थी तब से पाकिस्तान ने कोई रिएक्शन नहीं दिया था. मगर राणा के भारत आते ही पकिस्तान का इस मामले पर पहला रिएक्शन सामने आया है. आज पाकिस्तान ने राणा को लेकर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है.
लाइट्स के बंद होने से खेल कुछ देर के लिए रुक गया. न्यूजीलैंड में सब शांत रहे. वहां के स्टाफ ने चुपचाप इंतजाम किया. कमेंटेटर्स ने भी कोई हंगामा नहीं मचाया. थोड़ी देर बाद लाइट्स वापस आई और खेल शुरू हो गया.
भारतीय पक्ष को कोई भी जान-माल की हानि नहीं हुई है. पिछले 11 दिनों में कठुआ में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच 3 बार मुठभेड़ हो चुकी है. पिछले 2 महीनों में पाकिस्तान की तरफ से सीजफायर के उल्लंघन की घटनाएं बढ़ गई हैं.
Pakistan: भारत के दुश्मनों की लिस्ट में सबसे टॉप में रहने वाला आतंकवादी हाफिज सईद का एक और करीबी मारा गया है. ये हाफिज सईद का रिश्तेदार भी था. अब्दुल रहमान की हत्या से आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा को बहुत बड़ा झटका लगा है.
ग्वादर जिले में हमलावरों ने नाकेबंदी के दौरान पांच पंजाबी नागरिकों की गोली मारकर हत्या कर दी. इन नागरिकों को पहचानने के बाद उनके गाड़ियों से बाहर खींचकर मौत के घाट उतार दिया गया.
Peshawar Explosion: शुक्रवार दोपहर पेशावर में हुआ यह धमाका किस्साखानी बाजार की जामा मस्जिद में हुआ है. जिसमें 5 से अधिक लोगों के मारे जाने की खबर है. जबकि 30 से ज्यादा लोगों के घायल होने की बात सामने आ रही है.आज हुए इस धमाके के वक्त मस्जिद में बड़ी संख्या में लोग नमाज अदा कर रहे थे.
Pakistan: पाकिस्तान में एक और हाई प्रोफाइल हत्या की खबर सामने आई है. ये हत्या जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम के सीनियर लीडर मुफ्ती अब्दुल बाकी नूरजई की हुई है. इस हत्या को भी अज्ञात हमलावरों ने अंजाम दिया है.
पाकिस्तान को बलूच विद्रोहियों ही नहीं, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) से भी निपटना चुनौती बना हुआ है. तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने पाकिस्तानी सुरक्षा बलों के खिलाफ आक्रामक अभियान की घोषणा की है.
Abu Qatal: अबु कताल की मौत से भारत के दुश्मनों की लिस्ट छोटी हो गई है. हाफिज सईद वहीं है जिसने 26/11 मुंबई आतंकी हमले का प्लान रचा था. कताल लश्कर-ए-तैयबा का अहम सदस्य था. जम्मू-कश्मीर में कई हमलों की साजिश रचने के लिए जाना जाता था.
India In UN: संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि पार्वथानेनी हरीश ने शुक्रवार, 14 मार्च को जम्मू-कश्मीर पर पाकिस्तानी दावों और बयानों की कड़ी आलोचना की. उन्होंने कहा कि बार-बार जम्मू-कश्मीर का राग अलापने से कुछ नहीं होगा. कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा था, है और रहेगा.