लोग कह रहे हैं कि यह दिखाता है कि प्रधानमंत्री हर नागरिक और खिलाड़ी का सम्मान करते हैं, चाहे उनकी पृष्ठभूमि या परिस्थितियां कैसी भी हों. यह कदम दिव्यांग खिलाड़ियों के प्रति देश के सम्मान और समर्थन को भी दिखाता है.