कहा जा रहा है कि अखिलेश और राहुल के साथ अवधेश प्रसाद को बिठाने के पीछे का मकसद यह है कि यूपी में सपा और कांग्रेस का अलायंस बीजेपी को यह एहसास कराना चाहता है कि वह जिस मुद्दे पर सबसे ज्यादा मुखर थी, जनता ने उसे ही नकार दिया.
इस बार विपक्ष ने नए नवेले सरकार को घेरने के लिए पूरी प्लानिंग कर रखी है. NEET-UG, NET के साथ-साथ NTA के मसले पर विपक्ष सरकार से कड़े सवाल पूछने के लिए तैयार है. विपक्ष की तरफ से पहले ही इशारा कर दिया गया है कि इस बार सदन में 'रौद्र' रूप देखने को मिलेगा.
राष्ट्रपति सोमवार को राष्ट्रपति भवन में महताब को लोकसभा के प्रोटेम स्पीकर के रूप में शपथ दिलाएंगी. महताब संसद पहुंचेंगे और सुबह 11 बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू करेंगे.
प्रधानमंत्री मोदी 27 जून को राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद संसद में अपनी मंत्रिपरिषद के सदस्यों का परिचय देंगे.
केंद्र सरकार कल दोनों सदनों में राम मंदिर पर चर्चा कराएगी. संसद में सीधे राम मंदिर पर चर्चा नहीं हो सकती है, इसलिए इसके लिए एक बिल लाई जाएगी.
पीएम मोदी ने कहा कि जिस कांग्रेस की अपने नेता की कोई गारंटी नहीं, अपनी नीति की कोई गारंटी नहीं, वो मोदी की गारंटी पर सवाल उठा रहे हैं.