Shradh Ke Prakar: पितृपक्ष 7 सितंबर से 21 सितंबर 2025 तक मनाया जाएगा, जिसमें श्राद्ध और तर्पण से पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है. धार्मिक मान्यता के अनुसार 12 प्रकार के श्राद्ध और 3 प्रकार के पितरों का उल्लेख मिलता है, जिनसे सुख-समृद्धि और आशीर्वाद की प्राप्ति होती है.
Pitru Paksha 2025: पितृपक्ष में खरीदारी को लेकर कोई शास्त्रीय प्रतिबंध नहीं है. विद्वानों का मानना है कि इस समय को श्रद्धा और भक्ति से पूर्वजों की स्मृति में मनाना चाहिए.
Shradh Puja Vidhi: हर साल पितृ पक्ष में पितरों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान किया जाता है. धार्मिक मान्यता है कि पिंडदान करने के बाद पितृ लोग स्वर्ग चले जाते हैं. जानिए पिंडदान की सही विधि-