PM Modi In Samastipur: पीएम मोदी ने कहा कि आरजेडी और कांग्रेस को अपने अपने परिवारों के राजनीतिक भविष्य की ही चिंता है, इसलिए आज वो बिहार के नौजवानों के सामने झूठ के नए रिकॉर्ड बना रहे हैं.
India-ASEAN Relations: पीएम मोदी और अनवर इब्राहिम की फोन कॉल सिर्फ आसियान समिट तक सीमित नहीं थी. दोनों नेताओं ने भारत और मलेशिया के बीच द्विपक्षीय रिश्तों को और मजबूत करने पर भी बात की. व्यापार घाटे को कम करने, डिजिटल अर्थव्यवस्था में सहयोग बढ़ाने और सांस्कृतिक आदान-प्रदान जैसे मुद्दों पर गहन चर्चा हुई.
Donald Trump On Russian Oil: डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से 17 अक्टूबर को मुलाकात की थी. इस दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ा दावा किया था, उन्होंने कहा कि भारत अब रूसी तेल नहीं खरीदेगा. पहले तेल के आयात को कम कर दिया गया है
Bihar Election 2025: अगले महीने यानी 1 नवंबर को पूर्वी चंपारण, समस्तीपुर और छपरा में पीएम मोदी भाषण देंगे. यहां युवा, महिला, किसान और गरीब के मुद्दे पर पीएम भाषण के माध्यम से अपनी राय रखेंगे. सबसे आखिर में पीएम 3 नवंबर को पश्चिमी चंपारण, अररिया और सहरसा में सभाएं करेंगे.
Donald Trump: शरीफ ने ट्रंप की तारीफ में कसीदे कसते हुए कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अथक प्रयासों के बाद मिडिल ईस्ट (पश्चिम एशिया) में शांति स्थापित हुई है. अगर ट्रंप उन चार दिनों में हस्तक्षेप नहीं करते थे. दो परमाणु देशों के बीच युद्ध का स्तर बढ़ सकता था.
Akshay Kumar: अक्षय कुमार ने प्रियदर्शन के साथ तीन फिल्में 'भूत बंगला', 'हैवान', 'हेरा फेरी 3' साइन की हैं. साथ ही वो कई सारे सितारों के साथ 'वेलकम टू जंगल' में भी नजर आएंगे.
PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के किसानों को बड़ा तोहफा दिया है. उन्होंने आज दो योजनाओं का शुभारंभ किया. इनमें 24000 करोड़ रुपए वाली पीएम धन धान्य कृषि योजना और 11,440 करोड़ के दलहन उत्पादकता मिशन शामिल है.
आज, 24 साल बाद नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री के रूप में अपनी सेवा दे रहे हैं. उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, "इन वर्षों में हर पल मैंने जनता-जनार्दन की सेवा में समर्पित किया. ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे आपका प्यार और आशीर्वाद मिला."
1998 में जब अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार बनी, तब RSS की शाखाएं 30,000 थीं. 2004 तक यह संख्या 39,000 तक पहुंची. लेकिन 2004 से 2013 तक, यानी यूपीए सरकार के दौर में विस्तार की रफ्तार धीमी रही और सिर्फ 3,000 नई शाखाएं ही जुड़ीं. इसके उलट, 2014 से 2025 तक RSS ने रॉकेट की स्पीड पकड़ी और 40,000 से ज्यादा नई शाखाएं खोलीं.