पीएम मोदी का यह कदम उस विश्वास को दर्शाता है कि देश के कारीगर, श्रमिक, और मेहनतकश लोगों को सम्मान देना चाहिए. वे मानते हैं कि ये लोग भारतीय अर्थव्यवस्था और समाज की नींव हैं. उनकी इस छोटी सी पहल ने साबित कर दिया कि वे न केवल बड़े पद पर हैं, बल्कि एक साधारण नागरिक की तरह हर व्यक्ति का सम्मान करना जानते हैं.