इस पूरे मामले को लेकर यूपी पुलिस अपने रुख पर कायम है. पुलिस का कहना है कि सभी गिरफ्तारियां और एनकाउंटर कानून के अनुसार और साक्ष्यों के आधार पर किए गए हैं.