निषाद पार्टी ने भी इस राजनीतिक माहौल में सक्रियता दिखाई है. उन्होंने सपा और बीजेपी के खिलाफ अपने पोस्टर लगाए हैं, जिसमें लिखा गया है, "सत्ताईस का नारा, निषाद है सहारा." इससे पार्टी ने अपनी पहचान और वोट बैंक को मजबूत करने का प्रयास किया है.