पार्टी, जो राष्ट्रवाद के इर्द-गिर्द अपना नैरेटिव बनाती रही है और आतंकवाद के साथ-साथ हिंदुत्व को अपनी राजनीति का आधार बनाती रही है, अब चुनावी घोषणापत्र में लोकलुभावन वादे कर रही है.