जूना अखाड़ा और अन्य धार्मिक संगठनों में संन्यास दीक्षा के लिए उम्र और मानसिक विकास का विशेष महत्व होता है. परंपरा के अनुसार, दीक्षा लेने वालों की उम्र कम से कम 16 से 18 वर्ष होनी चाहिए.